पांच सौ और हजार के नोट बंद होने से बुधवार को देशभर के बाजारों, अस्पतालों, दुकानों, टोल प्लाजा सब जगह अफरातफरी जैसी स्थिति रही. सौ और पचास के छोटे नोट अचानक बेशकीमती हो गए. क्या धन कुबेरों के बदले आम आदमी को सजा मिली? हल्ला बोल में देखिए कई सवालों पर मेहमानों से चर्चा.