पाकिस्तान ने तो सरबजीत सिंह को मार ही डाला लेकिन इस पूरे मामले में भारत की ओर से भी चूक हुई. भारतीय सरकार चाहती तो सरबजीत वतन लौटता लेकिन मुर्दा नहीं जिंदा. सरबजीत की मौत ने भारत की विदेश नीति पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.