हल्ला बोल में आज मुद्दा है- ट्रिपल तलाक बस झांकी है, क्या पिक्चर अभी बाकी है? ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर विपक्ष धराशाई हो गया. राज्यसभा में भी सरकार इस बिल को पास कराने में कामयाब हो गई. लेकिन क्या इसी के जरिये आने वाले वक्त में सरकार बड़े बदलाव की हिम्मत जुटाएगी? क्या रास्ता उसके लिए साफ किया जा रहा है?