हल्लाबोल की खास पेशकश में देखिए कि ओडिशा के भीतर बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पीएम मोदी के पहुंचने के कैसे सियासी निहितार्थ तलाशे जा रहे हैं. कैसे पीएम की इस ओडिशा यात्रा को बीजेपी की ओर से पूरब में कमल खिलाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. वहीं उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और मायावती की मुलाकात के भी सियासी निहितार्थ तलाशे जा रहे हैं. क्या वे बीजेपी के बढ़ते ग्राफ के मद्देनजर एक साथ आ जाएंगे. क्या वे बिहार के महागठबंधन के तर्ज पर सियासी गठबंधन बनाएंगे?