80 और 90 के दशक में देश की राजनीति की धुरी रह चुके राम जन्म भूमि और बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद एक बार फिर इसके इर्दगिर्द सियासत गर्म हो गई है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राम जन्म भूमि आस्था और धर्म का मामला है और इसे दोनों पक्ष आपस में बैंठ कर सुलझाएं. वहीं वह जरूरत पड़ने पर मध्यस्थता की बात कहती है.उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालने वाली भारतीय जनता पार्टी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मसले पर उत्तर प्रदेश द्वारा हर संभव मदद की बात कही है. इस मसले पर हल्लाबोल के स्पेशल कार्यक्रम में अलग-अलग पक्ष और पार्टियों के प्रवक्ताओं ने पक्ष और विपक्ष में दलीलें दीं. देखें वे क्या कहते हैं.