हल्लाबोल की स्पेशल पेशकश में देखिए कि जेएनयू की दीवारों पर लगे पोस्टर्स पर सरकार की नजर क्यों नहीं पड़ रही. बीते साल जेएनयू में लगने वाले देशविरोधी नारे और 22 फरवरी को डीयू में लगने वाले देश विरोधी नारे के बाद से कैंपस में किस तरह तनातनी है. इस मसले पर बहस करने के लिए अलग-अलग पार्टियों के प्रवक्ताओं के साथ-साथ दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र भी मौजूद रहे. वे कह रहे हैं कि कैसे देश विरोधी नारों की बहस के माध्यम से वास्तविक मुद्दों को गौण कर दिया जाता है. देखें हल्लाबोल