सत्ता के सपनों ने बोली को बेलगाम कर दिया है. आईएसी के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल भी कड़वा बोलने से पीछे नहीं हैं. शनिवार को ही भी वह नेताओं पर ऐसे बरसे कि उन्हें अपनी बोली का ख्याल ही नहीं रहा. उन्होंने कहा, 'संसद पर चोर उचक्के नहीं बैठेंगे.' कड़वा बोलते हुए उन्होंने खुद को ही डेंगू का मच्छर बोल दिया. कुछ ऐसा ही हाल इन दिनों अधिकांश नेताओं का है.