सत्ता पक्ष और विपक्ष के रिश्ते आजकल बहुत नाजुक मोड़ से आगे बढ़ रहे हैं. हाल ही में बजट पर चर्चा के दौरान कुछ सदस्यों ने ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसपर जमकर विवाद हुआ. लेकिन सवाल है जब विरोध की भाषा गाली-गलौज की भाषा में तब्दील जो जाए तो जनता किससे सवाल पूछे? देखें हल्ला बोल.