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क्‍यों भरोसा किया जाए चीन की दोस्‍ती पर?

क्‍यों भरोसा किया जाए चीन की दोस्‍ती पर?

दिल्‍ली में दोस्‍ती और बॉर्डर पर दगाबाजी, क्‍या यही है चीन की असलियत? ली केकियांग 27 साल बाद भारत आये हैं और इस बार प्रधानमंत्री बनकर और दोस्‍ती का पैगाम लेकर. चीनी प्रधानमंत्री भावुक हुए और रिश्‍तों को सुधारने पर जोर दिया है. दोनों प्रधानमंत्रियों ने आपसी विवाद की बात भी मानी, लेकिन विवाद का हल कैसे होगा इस तरफ कोई बात नहीं हुई.

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