देश की सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जल्लीकट्टू पर बैन लगा दिए जाने के बाद तमिलनाडु के भीतर भारी विक्षोभ है. राज्य भर में लाखों लोग सड़कों पर हैं. राज्य के नेता और सेलेब्रिटी इसके पक्ष में खुलकर बोल रहे हैं. वे इसे तमिलनाडु की पुरातन संस्कृति और परंपरा बता रहे हैं. वहीं सुप्रीम कोर्ट इसे अन्यान्य कारणों की वजह से बैन कर चुका है. तमिलनाडु के भीतर सत्तारूढ़ दल खुलकर इसकी वकालत कर रहे हैं. पीएम मोदी से मुलाकात में वे इस बैन को अध्यादेश के मार्फत हटाने के लिए कह रहे हैं. देखें आज का स्पेशल कार्यक्रम हल्लाबोल कि जल्लीकट्टू के समर्थक क्या कहते हैं. देश के कानूनविद और जानवरों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले कार्यकर्ता इस बैन को क्यों जारी रखना चाहते हैं.