संजय राउत से शुरु हुई लड़ाई अब डायरेक्ट उद्धव ठाकरे पर आई. कंगना ने सुशांत केस में मुंबई पुलिस पर सवाल उठाए तो महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार को बुरा लगा. कंगना पर पलटवार किया गया तो कंगना ने मुंबई की तुलना पीओके से कर दी. बात बढ़ती गई, विवाद बढ़ता गया और मामला कंगना के दफ्तर तक पहुंच गया. BMC ने बुलडोजर चला दिया. कंगना के दफ्तर पर बुलडोजर चला तो मामला बॉम्बे हाईकोर्ट में गया. हाईकोर्ट ने BMC पर सख्ती दिखाई जिसके बाद BMC बैकफुट पर. बीएमसी के आला अधिकारी ने आजतक से बातचीत में सफाई दी कि अब कोई कार्रवाई नहीं होगी. जितनी कार्रवाई होनी थी हो चुकी है. बीएमसी ने कहा कि दो दिन पहले हुए सर्वे में जो भी अवैध पाया गया था उसे तोड़ दिया गया. बीएमसी के मुताबिक कंगना ने सात दिनों का समय मांगा था जिसे देने से इनकार कर दिया गया था. देखिए हल्लाबोल, अंजना ओम कश्यप के साथ.