जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में गुरुवार तड़के आतंकी हमले ने तीन परिवारों को जिंदगीभर के जख्म दे दिए. इस आतंकी वारदात ने एक बार फिर वही सवाल सुलगा दिया है जो नब्बे के दशक से इस देश को दहका रहा है. आखिर पाकिस्तान की नापाक साजिश के शिकार हमारे जवान कब तक होते रहेंगे? कब तक किसी का बेटा, किसी का पति, किसी का भाई, धोखेबाजी की इस जंग के शिकार होते रहेंगे.