एक हफ्ते में तीसरी बार आपकी जेब में सेंध लग चुकी है. पहले रेल, फिर तेल और अब गैस के दाम रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. दूसरी ओर बीजेपी नेताओं और केंद्र सरकार के मंत्रियों के बयान सुनकर ऐसा लग रहा है जैसे महंगाई की हकीकत का पता अब चला है. ऐसा लग रहा है जैसे सरकार के पास कोई नियंत्रण ही नहीं है.