राहुल गांधी ने बतौर उपाध्यक्ष के तौर पर पहली बार लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बात की और कई बार भावुक भी हुए. कहा कि बीती रात मां सोनिया उनके पास आकर रोईं और कहा कि सत्ता किसी जहर से कम नहीं. उन्होंने अपने परिवार के बलिदान की बात की, आर्थिक सुधारों के बारे में उपाय सुझाए और कांग्रेस को और ज्यादा कारगर बनाने की चर्चा की.