फ्रांस में हाल में हुई आतंकी वारदातों को लेकर दुनियाभर में धार्मिक कट्टरता के मुद्दे पर बहस फिर से तेज हो गई है. पैगंबर मोहम्मद के कार्टून से ज्यादातर इस्लामिक देश गुस्से में हैं. धार्मिक असहमति के मसले पर सभ्य समाज में किसी की गर्दन काट लेना कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता. टर्की, पाकिस्तान जैसे मजहबी उन्माद वाले देशों को छोड़ दें तो ज्यादतर इस्लामिक देश अपने गुस्से के साथ साथ धर्म के नाम पर फैलाए जा रहे आतंकवाद का भी विरोध कर रहे हैं. लेकिन हमारे अपने देश के एक नामचीन शायर फ्रांस में हुई इस जनूनी बर्बरता की वकालत करने पर तुल गए हैं. आज हल्ला बोल, इसी पर, देखिए मीनाक्षी कंडवाल के साथ.