कुछ नहीं बदला, कुछ नहीं, कुछ भी नहीं. निर्भया से लेकर कोटा, हाथरस और अब बदायूं तक. खूंखार गैंगरेप और जिस्म में घोंपी गई सलाखों की हैवानियत की कहानी नहीं रूकी है. बदायूं में 50 वर्षीय आंगनबाड़ी वर्कर के साथ घटी घटना ने पूरे देश को फिर से झकझोर दिया है. वो रविवार शाम 6 बजे पूजा के लिए गई थी. कई घंटे तक जब वो घर नहीं लौटी तो परिवार वाले ढूंढते रहे, इंतजार करते रहे. बेटे ने लगातार फोन करने की कोशिश की लेकिन 7 बजे के बाद फोन भी ऑफ हो गया था. करीब रात के 11 या साढ़ें 11 बजे उनके मुताबिक पूजारी और उसके 2 चेले महिला की बॉडी लेकर घर आए और कहा कि उसकी कूंए में गिरने से मौत हो गई. महिला का शव निर्वस्त्र हालत में वहीं रख कर चले गए. आरोप है कि पुलिस को इसकी जानकारी दी गई लेकिन उन्होंने कोई कार्यवाई नहीं की और टालते हुए सुबह पर मामला टाल दिया. आखिर क्यों महिलाएं असुरक्षित हैं, देखें हल्ला बोल, अंजना ओम कश्यप के साथ.