13 सितंबर 2008 में सीरियल ब्लास्ट से दिल्ली दहल उठी थी. गुनहगारों की तलाश में दिल्ली पुलिस ने बाटला हाउस में इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों को घेरा था. इसी दौरान मुठभेड़ हुई और दो आतंकी मारे गए जबकि दो फरार हो गए. तब यूपीए सरकार थी और कांग्रेस नेताओं ने इसे फर्जी एनकाउंटर बताया था जबकि यूपीए सरकार के गृह मंत्री ने इसे सही बताया था. अब दिल्ली की साकेत कोर्ट ने उस एनकाउंटर को सही ठहराते हुए मुख्य आरोपी इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकवादी आरिज खान को दोषी ठहराया है. ऐसे में बीजेपी पूछ रही है, क्या जो नेता इसे फर्जी बता रहे थे, जो आंसू बहा रहे थे वो माफी मांगेंगे? देखें हल्ला बोल, अंजना ओम कश्यप के साथ.