एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने सुशासन की तस्वीर पेश करने हॉवर्ड यूनिवर्सिटी पहुंचे हुए हैं, तो दूसरी तरफ उन्हीं के मंत्री और पार्टी नेता सरकार की इमेज खराब करने में लगे हैं. समाजवादी पार्टी के नेता लगातार भाषा की लक्ष्मण रेखा लांघ रहे हैं. आखिर बदजुबानी पर लगाम कब लगेगी?