डीजल की मूल्य वृद्धि, सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडरों की संख्या सीमित किए जाने व मल्टीब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के केंद्र सरकार के निर्णय के खिलाफ एनडीए, समाजवादी पार्टी, यूपीए की डीएमके व वामपंथी पार्टियों के राष्ट्रव्यापी बंद का मिला-जुला असर रहा.