सत्रह साल बाद कांग्रेस के किसी मंत्री ने रेल बजट पेश किया. चुनावी साल में देश हसरतों से रेल मंत्री पवन बंसल की तरफ देख रहा था. महंगाई के दौर में उम्मीद थी कुछ तोहफों और रियायतों की. लेकिन बंसल ने सीधा वार करने के बजाय सरचार्ज और दूसरे चार्ज में इजाफे कर रेल सफर को और महंगा कर दिया है.