दिल्ली में 18 दिसंबर तक सरकार बन जानी चाहिए थी, लेकिन 19 तारीख भी गुजर चुकी है और अब तक सरकार बनने की कोई सुगबुगाहट तक नहीं है. दिल्ली की खाली गद्दी अब केंद्र सरकार को भी खटकने लगी है. तभी तो गृहंत्रालय का कहना है कि अरविंद केजरीवाल को ये साफ करना चाहिए कि सरकार गठन पर अपनी राय साफ करने के लिए उन्हें और कितना वक्त चाहिए.