समाजवादी कुनबे में कभी लगता है सुलह होने वाली है, अगले ही पल खबर आती है, दोनों खेमों में से कोई झुकने को तैयार नहीं है. शुक्रवार भी दिनभर यही हुआ. मुलायम, अखिलेश और शिवपाल के बीच बातों मुलाकातों की खबर लगातार आती रही, लेकिन नतीजा अब तक शून्य है. गुरुवार को जब अखिलेश अपने पिता मुलायम सिंह को एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचे थे, तो लगा कि बाप-बेटे के बीच बर्फ पिघल रही है. लेकिन शुक्रवार को अखिलेश समर्थक रामगोपाल यादव, साइकिल पर दावा ठोंकते दिखाई दिए और आज अमर सिंह का दर्द भी जमकर छलका.