सोनिया गांधी की अगुवाई ने मंगलवार को एक दो दलों को छोड़कर सारे दलों को एक साथ सड़क के रास्ते राष्ट्रपति भवन का रास्ता दिखा दिया. भूमि बिल के खिलाफ सोनिया गांधी के साथ वो तमाम दल राष्ट्रपति तक पहुंचे, जिन्हें इस बिल पर एतराज है. करीब बीस मिनट की पदयात्रा के बाद राष्ट्रपति भवन पहुंचे नेताओं ने ज्ञापन देकर सरकार और बिल को किसान विरोधी करार दिया.