संसद भवन में आग की ये कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी ऐसी घटनाएं सामने कई बार आई हैं. बल्कि इस बार तो केवल 4 दिनों में आग की दूसरी घटना है. सवाल ये है कि आखिर सुरक्षा के मापदंडों पर कोई सबक क्यों नहीं लिया जाता?