हैदराबाद की एनआईए कोर्ट ने मक्का मस्जिद धमाके में असीमानंद समेत सभी 5 आरोपियों को बरी कर दिया. आज सिर्फ 2 मिनट में कोर्ट ने फैसला सुना दिया. कोर्ट ने एनआईए के 10 सबूतों में कोई दम नहीं पाया. अब सवाल उठता है कि आखिर 11 साल पुराने मामले का मुजरिम कौन है? क्या 9 बेकसूरों को किसी ने नहीं मारा?