बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर देश के अलग-अलग शहरों में रावण दहन किया गया. दिल्ली के सुभाष मैदान, पटना, चंडीगढ़ और जम्मू में यह कार्यक्रम काफी धूम-धाम से मना.