जब जरुरत थी वतन पर मर मिटने वालों की शहादत को सलाम करने की. उस वक्त उन्हीं के प्रदेश के मंत्री उनकी कुर्बानी का मजाक उड़ाते हैं. कहते हैं कि सेना और पुलिस में लोग शहीद होने के लिए ही जाते हैं. हैरानी होती है नेताजी के इस बयान को सुनकर.