एक तरफ तहलका पर तमाशे की राजनीति हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ तेजपाल और शोमा चौधरी पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है. तेजपाल की कई कोशिशों के बाद भी उन्हें गिरफ्तारी से राहत मिलती नहीं दिख रही है. तो वहीं शोमा चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज करने का भी पुलिस पर दबाव बढ़ता जा रहा है.