अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत आगमन के साथ ही परमाणु करार के सारे मतभेद दोनों देशों के बीच दूर हो गए हैं. दोनों देश के बीच हॉटलाइन सेवा भी शुरू हो गई है.