देश में मूर्ति तोड़ सियासत रुकने का नाम नहीं ले रही है. त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़ने से शुरू हुआ सिलसिला, शहर शहर में विस्तार ले रहा है. आज फिर बाबा अंडेकर, वीर सावरकर और कवि मधुसूदन दत्ता की प्रतिमाओं का अपमान किया गया.