दिल्ली में गैंगरेप के बाद इंसाफ की मांग ने राजपथ को जनपथ में तब्दील कर दिया है. पिछले आठ घंटों से हजारों का हुजूम राष्ट्रपति भवन के बाहर डटा है और लोकतंत्र के सबसे बड़े ओहदे तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश कर रहा है. इंसाफ की आवाज को कभी पानी की बौछार से, तो कभी आंसू गैस के गोलों से और कभी लाठियों से दबाने की कवायद जारी है, लेकिन जनता जाग गई है. लोगों ने शायद इस बार सरकार और सिस्टम को जगाने की कसम खा ली है.