दुख, दर्द और सवालों में डूबे मन लिए सुनंदा पुष्कर की देह अग्नि में मिल गई. सुनंदा के बेटे शिव मेनन ने उन्हें मुखाग्नि दी. दिल्ली के लोदी रोड के श्मशान गृह में सैकड़ों नम आखों ने उन्हें अंतिम विदाई दी.