दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले लाखों लोग सालों से सपना संजोए बैठे हैं कि उनकी कॉलोनी में भी वो सब कुछ होगा जो दूसरी कॉलोनियों में होता है. इस सपने के इंतजार में लंबा वक्त गुजर गया, लेकिन अब इन कॉलोनियों के पास होने का रास्ता साफ होता दिख रहा है तो लोगों को इसमें सियासत की भी बू आ रही है.