महानगरों में होली का मिजाज बदल गया है. लेकिन होली का मतलब सिर्फ और सिर्फ रंग हैं और होली का रंग इंसान के सिर्फ बाहरी आवरण को नहीं बल्कि मन को भी अंदर से रंग देता है. कव्वाल निजामी ब्रदर्स और कवयित्री डॉ. कीर्ति काले ने जनपथ में दिखाया कि कैसे होली का रंग मन को रंग देता है.