दिल्ली में लाखों लोग इस डर के साथ जी रहे हैं कि कहीं उनका बसा-बसाया आशियाना तो नहीं छिन जाएगा. सवाल उठता है कि क्या अवैध कॉलोनियों के नाम पर सिर्फ सियासत हो रही है या कोई ठोस कदम उठाया जाएगा?