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हद से बढ़ जाए पितृ ऋण तो नहीं मिलेगा संतान सुख

हद से बढ़ जाए पितृ ऋण तो नहीं मिलेगा संतान सुख

कहते हैं कि पितृ ऋण अगर हद से बढ़ जाए तो वो पितृ प्रकोप बन जाता है. ऐसा होने पर मौजूदा पीढ़ी को संतान सुख नहीं मिलता. तो क्या है इससे बचने के उपाय? देखिए इस वीडियो में.

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