पित्र ऋण में एक पक्ष आता है, वो स्त्रियां जो दिवंगत हैं. दादी परदादी आदि उनका प्रकोप घर की महिलाओं पर पड़ता है. प्रकोप अर्थात उनके क्रोध का भाजन स्त्रियां बनती हैं. कैसे आखिर यह प्रभाव पड़ता है और इसका असर कैसे होता है. देखें जियो शान से