किताब की शक्ल में सिनेमा से लेकर सियासत तक की पूरी कहानी बयां कर गए शत्रुघ्न सिन्हा या कहें सिर्फ एक शब्द 'खामोश' से अपने विरोधियों को जवाब दे गए और अपने मन की बात को भी कह गए शत्रुघ्न. कहानी में बात शत्रुघ्न सिन्हा और उनकी बायोपिक 'खामोश' की.