दुनिया की ऐसी तस्वीर किसे अच्छी लगती है जिसमें एक दूसरे के खिलाफ बंदूकें तनी हों, बमबारी हो रही हो. दुनिया का विनाश करने वाले परमाणु हथियार और मिसाइलें तैनात हों और चारो तरफ तबाही का मंजर हो. जमीन पर लाशों का अंबार हो और हवा में बारूदी जहर मिला हो. लेकिन दुनिया के हालात जिस तरह बदल रहे हैं, ऐसी डरावनी तस्वीरों की गुंजाइश तीसरी बार बनती दिख रही है. दो विश्वयुद्धों का दंश झेलने वाली ये दुनिया क्या तीसरे महाजंग की तरफ बढ़ रही है?