ये कहानी फिल्मी सितारों को लेकर उस दीवानगी की है, जो बिठाती तो इन्हें शोहरत की बुलंदी पर है, लेकिन मुसीबत बन जाती है. जब कोई दीवाना अपने सितारे को छूने की हसरत कर बैठता है. तब आलम क्या होता है, ये सितारों से मत पूछो. उस हसरत में ये दीवाने कुछ ऐसा कर गुजरते हैं.अपने सितारों के लिए चाहनेवालों की दीवानगी ऐसी होती है कि ये सबकुछ भूल जाते हैं. सितारों के दीवाने उन्हें एक नजर देखने और छू लेने की हसरत में खुद को भुला बैठते हैं. ये जुनून ही तो है जो सितारों की मुहब्बत में उतरता है और दीवानगी की पूरी दास्तां बदल जाती है.