गीत-संगीत की दुनिया में मोहम्मद रफी का नाम बड़ी आरजुओं के बाद मुकम्मल हुई दुआ की तरह है. रफी साहब को असली दुआ तो फकीर की लगी. जिसने 6 साल के रफी को गाते हुए सुनकर कहा था- बेटा, तेरी आवाज अल्लाह की बंदगी की तरह है, एक दिन तू बड़ा फनकार बनेगा. रफी साहब कहते भी थे कि उन्हें तो उस फकीर की दुआ लग गई.