अकसर बड़े अपराधी पैसे, ताकत और राजनीतिक संबंधों के सहारे जेल को भी ऐशगाह बना देते हैं. अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे कई अपराधियों ने यही किया लेकिन, पहली बार ऐसा लग रहा है कि अपराधियों के दिन लद रहे हैं. कम से कम उत्तर प्रदेश में. आज कहानी 2.0 में कहानी मुख्तार अंसारी की.