आज भले ही योगी आदित्नाथ का सियासी सफर बड़ा चमकदार दिख रहा हो लेकिन हमेशा से ऐसा नहीं रहा है. एक संत होने के बावजूद सियासत को साधना कभी भी आसान नहीं रहा. एक तरफ जहां वे हिन्दू युवा वाहिनी का गठन करने वाले शख्स के तौर पर जाने गए. तो वहीं कैसे उन्हें सियासी पहचान मिली. कैसे वे हिन्दुत्व के राजनीति के केन्द्र में रहे तो कैसे उन पर सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने के भी आरोप लगे. देखें उनकी कहानी...