जब दुनिया अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे को वेट एंड वॉच कर रही थी, तब चीन अफगानिस्तान की इस आपदा में भी अवसर खोज रहा था. अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनते ही चीन ने उसे अपने कर्ज के बोझ तले दबाने की पहली किश्त का ऐलान कर दिया है. चीन ने ऐलान किया है कि वो तालिबान सरकार को सवा दो सौ करोड़ रुपये से ज्यादा की आर्थिक सहायता देने के लिए तैयार है, जिसका तालिबान बेसब्री से इंतजार कर रहा था. लेकिन तालिबान शायद नहीं जानता कि चीन किसी भी देश को मुफ्त की मदद देने में विश्वास नहीं रखता. वो जितना पैसा देता है उससे कई गुना कीमत वसूल लेता है. खबरदार में देखें अफगानिस्तान में चीन के बिजनेस मॉडल को डिकोड करने वाली रिपोर्ट.
After the formation of an interim Taliban government in Afghanistan, China is set to establish an industry platform in the war-torn country to look into possibilities for investment in the reconstruction effort. Watch the video for more information.