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बच्चों की वैक्सीन के लिए शुरू रेस, आइवरमेक्टिन Corona के इलाज में कितनी असरदार? देखें खबरदार

बच्चों की वैक्सीन के लिए शुरू रेस, आइवरमेक्टिन Corona के इलाज में कितनी असरदार? देखें खबरदार

बच्चों को कोरोना के खिलाफ सुरक्षा कवच देने के लिए भारत ने एक कदम आगे बढ़ाया है. आज भारत बायोटेक की कोवैक्सिन के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल 2 से 18 साल की उम्र वालों पर करने की मंजूरी दी गई है. इस तरह कनाडा और अमेरिका के बाद भारत में भी बच्चों की वैक्सीन जल्द आने की उम्मीद बढ़ गई है. वहीं देशभर में कोरोना के इलाज के लिए आइवरमेक्टिन और रेमडेसिविर दवाएं मरीजों को दी जा रही हैं. उत्तर प्रदेश से लेकर गोवा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल तक हर जगह आइवरमेक्टिन को कोविड के इलाज के प्रोटोकॉल में जोड़ा गया है. लेकिन WHO ने कोरोना मरीजों के इलाज में इन दोनों दवाओं का इस्तेमाल न करने की हिदायत दी है. वहीं भारत के अधिकांश लोग इस समय वैक्सीन लगवाकर खुद को सुरक्षित करना चाहते हैं. लेकिन वैक्सीन लगवाने का पूरा अभियान ही वैक्सीन की कमी की वजह से अटक अटक कर चल रहा है. वहीं जिसकी इम्यूनिटी कमजोर है, उसे कोविड के साथ साथ एक और रोग पकड़ जिसका नाम है ब्लैक फंगस इस बीमारी के केस अचानक कई राज्यों में बढ़ गए हैं. देखें खबरदार.

Bharat Biotech's Covaxin shot has been recommended by the expert panel on Covid-19 for further trials on children aged between 2 and 18 years. Several state government has announced that Ivermectin tablets will be distributed among the citizens of the state to prevent the spread of Covid-19. Remdesivir shortage also reported, however, WHO is not in the support of this. Watch this episode of Khabardaar.

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