135 करोड़ लोगों का देश भारत लॉकडाउन हो रहा है. कोरोना वायरस ने सबको घर बैठने पर मजबूर कर दिया है. आज भी पूरे भारत का सूनापन और बढ़ गया. भारत के तमाम शहरों की सड़कों पर सन्नाटा था, ज़्यादातर लोग लॉकडाउन के आदेशों का पालन कर रहे हैं. लेकिन देश के हर राज्य में, हर शहर में ऐसे लोग भी हैं जिन्हें लॉकडाउन से कोई फर्क नहीं पड़ता. ऐसे लोगों ने कल जनता कर्फ्यू का भी सम्मान नहीं किया और आज भी सड़कों पर निकल पड़े. लॉकडाउन घर पर बैठने और खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने का मौका है. इसमें किसी लापरवाही की गुंजाइश नहीं है. पूरी दुनिया में लॉक़डाउन और संक्रमित लोगों को अलग थलग करके ही इस वायरस का मुकाबला किया जा रहा है. लेकिन ऐसे हालात में भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो कहते हैं कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, या जो भी होगा देखा जाएगा. ऐसी सोच भारत को बहुत नुकसान पहुंचा सकती है.