एक पुरानी कहावत है कि बंदर के हाथ उस्तरा नहीं लगना चाहिए. इसका अर्थ ये यह है कि मूर्ख व्यक्ति के हाथ कोई शक्ति या अधिकार नहीं आना चाहिए क्योंकि इसका परिणाम उसके लिए ही नहीं बल्कि दूसरों के लिए भी हानिकारक हो सकता है. आज अमेरिका को ये बात समझ में आ रही होगी कि जिसने तालिबान के हाथ में अफगानिस्तान थमा दिया है, जिसका परिणाम पूरी दुनिया देख रही है. तालिबान से ना तो अफगानिस्तान संभल रहा है और ना ही वो अपनी सरकार ही बना पा रहा है. हालात ये हो गए हैं कि तालिबान में गृहक्लेश बढ़ता जा रहा है और अफगानिस्तान गृहयुद्ध की तरफ बढ़ता जा रहा है. देखिए खबरदार का ये एपिसोड.
The announcement of the new Afghan government was further deferred to next week after several high-level meetings between top Taliban leaders. Meanwhile, reports are coming that there is some internal tussle going inside the Taliban. Watch this episode of Khabardar.