जेएनयू में देशविरोधी नारे को लेकर पहली बार कन्हैया, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के बयानों में विरोधाभास सामने आ गया. पहली बार तीनों से एक साथ पूछताछ की गई. तीनों ने जांचकर्ताओं को उलझाने की भरपूर कोशिश की लेकिन आयोजन को लेकर उनके जवाबों में विरोधाभास सामने आ गया.