नागपुर में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ऐसा तो कुछ नहीं कहा. जिससे कांग्रेस को डर लग रहा था और उसके नेता इतने ज़्यादा बेचैन थे. ख़बरदार में सबसे पहले प्रणब मुखर्जी की उस स्पीच का विश्लेषण, जिसके बारे में ऐसा माहौल बना दिया गया था. जैसे लग रहा था कि कोई आसमान टूट पड़ा है.