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बेईमानों के लिए बैंकों की 'लूट स्कीम' कब तक?

बेईमानों के लिए बैंकों की 'लूट स्कीम' कब तक?

नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी के फ्रॉड से देश के बैंक और देश की एजेंसियां जूझ ही रही हैं कि देश की बैंकों में घोटाले वाली अकाउंट बुक में एक नया फ्रॉड लिख दिया गया है. ये फ्रॉड कानपुर के कारोबारी और रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी का है. जो 2008 से लेकर लिए गए लोन के अब तक करीब 4 हज़ार करोड़ रुपये के डिफॉल्टर हैं. इनके भी देश छोड़कर जाने की ख़बरें थीं लेकिन ऐसा लगता है कि विक्रम कोठारी को मौका नहीं मिल पाया.

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